श्री विद्याचरण रत्नाकर करपात्रि स्वामी की किताबों में धार्मिक और तात्त्विक विचारों का समावेश होता है। इनमें शिव उपासना, श्री विद्या साधना, और अद्वैत वेदांत के सिद्धांतों पर विशेष ध्यान दिया गया है। स्वामी जी ने अपनी पुस्तकों के माध्यम से जीवन के उच्च उद्देश्य, आत्मज्ञान, और परमात्मा के साथ एकात्मता की आवश्यकता को समझाया। वेद, शास्त्र, और पुराणों के महत्व को भी विस्तार से बताया गया है। उनकी शिक्षाएँ समाज के कल्याण और व्यक्तिगत उन्नति के लिए प्रेरित करती हैं।
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Sree Anaghashthami Vrat Ebook
Original price was: ₹116.00.₹100.00Current price is: ₹100.00.Kindleसर्व स्री पुरुषांसाठी संतती, संपत्ति, विवाह सौख्य, मन शांतीसाठी अनघालक्ष्मी व्रतपूजा अद्भुत प्राचीन व दुर्मिळ असे शास्रशुद्ध व्रत
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Sri Vidya Ratnakar KarpatriSwami
Original price was: ₹100.00.₹11.00Current price is: ₹11.00.Add to cartश्री विद्याचरण रत्नाकर करपात्रि स्वामी की पुस्तकों में उनके तात्त्विक विचार, धार्मिक शिक्षा, और आध्यात्मिक साधना पर गहरे विचार होते हैं। ये पुस्तकें न केवल तात्त्विक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति और धर्म को समझने के लिए भी उपयोगी हैं। इनमें से कुछ प्रमुख विषय जो उनकी पुस्तकों में मिलते हैं, वे निम्नलिखित हैं:
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श्रीविद्या वरीवस्या इ-बुक
Original price was: ₹100.00.₹11.00Current price is: ₹11.00.Add to cart“श्री विद्या वरीवस्या” क्यों पढ़ें?
- यह ग्रंथ श्रीविद्या साधना के उच्चतम रहस्यों को सरल और स्पष्ट रूप में समझाता है।
- यह उन साधकों के लिए एक मार्गदर्शक है, जो देवी उपासना में गहरी रुचि रखते हैं और आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं।
- यह ग्रंथ जीवन को न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से समृद्ध बनाता है, बल्कि भौतिक जगत में भी सुख-समृद्धि प्रदान करता है।
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श्री गणेश वरीवस्या
Original price was: ₹250.00.₹11.00Current price is: ₹11.00.Add to cartश्री गणेश वरीवस्या – जीवन में क्यों आवश्यक?
- यह ग्रंथ जीवन में आने वाली हर कठिनाई को दूर करने का माध्यम है।
- यह न केवल भौतिक सफलता, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक शांति भी प्रदान करता है।
- भगवान गणेश की कृपा से साधक को पूर्णता, संतुलन, और आनंद की अनुभूति होती है।
- यह ग्रंथ साधक को यह सिखाता है कि जीवन में कैसे सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाकर हर समस्या का हल निकाला जाए।
“श्री गणेश वरीवस्या” केवल एक ग्रंथ नहीं, बल्कि भगवान गणेश की दिव्य कृपा का माध्यम है। इसे पढ़ने और इसके ज्ञान को आत्मसात करने से साधक के जीवन में शुभता, सफलता, और समृद्धि का वास होता है।
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Vidyarnava Tantra With Hindi Commentary Purvardha Part 1 Kapildev Narayan Chowkambha Sanskrit Series
₹11.00Add to cartविद्यार्णव तंत्र एक महत्वपूर्ण तांत्रिक ग्रंथ है, जो तंत्र साधना, पूजा विधि, ध्यान, मंत्रों और आध्यात्मिक उन्नति के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है। यह तंत्र ग्रंथ विशेष रूप से तांत्रिक परंपरा में पूजा विधियों और मंत्रों के प्रयोग पर केंद्रित है। विद्यार्णव तंत्र का उद्देश्य साधक को दिव्य शक्तियों के साथ संपर्क स्थापित करने और आत्मज्ञान की प्राप्ति के लिए साधन प्रदान करना है।
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Vidyarnava Tantra With Hindi Commentary Purvardha Part 2 Kapildev Narayan Chowkambha Sanskrit Series
₹11.00Add to cart‘विद्यार्णव तंत्र’ के पूर्वार्ध (भाग 2) में श्रीविद्या उपासना की गूढ़ विधियों, मंत्रों, और तांत्रिक प्रक्रियाओं का विस्तार से वर्णन किया गया है। इस भाग में साधक के लिए आवश्यक आचार, व्यवहार, और ध्यान की विधियों पर विशेष ध्यान दिया गया है। ग्रंथ में श्रीचक्र की संरचना, उसकी पूजा की विधि, और संबंधित मंत्रों का विवरण प्रस्तुत किया गया है, जो साधक को उपासना में मार्गदर्शन प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, तंत्र के विभिन्न अंगों, जैसे मुद्रा, न्यास, और ध्यान की प्रक्रियाओं का भी विस्तार से वर्णन किया गया है, जिससे साधक को उपासना की पूर्णता प्राप्त होती है।